
बेइंतहा सफ़र इश्क का – 162
उदासी सिर्फ शब्दों से नहीं झलकती झुकी हुई आंखे भी अपना हाल खुलकर कह देती है| भूमि जिस तरह चहकती हुई गई थी वह उतनी ही बुझी हुई वापस आई| उसी वक़्त अरुण ऑफिस के निकल रहा रहा था| वह एकदम से उदासी से बाहर से आती हुई अपनी भाभी को देखते ही पल भर को सकपका जाता है| वह उनसे कारण पूछने ही वाला था कि भूमि के पीछे से नौकरों को भी वापस सामान लाते हुए देखता है|
मिठाई के बड़े बड़े सजावटी डिब्बे, मेवों और फल की ऊँची ऊँची टोकरियाँ अपने आप में गवाह थी कि वे कितनी बेकसी से वापस कर दी गई|
अब न कुछ पूछने को रहा न भूमि से कुछ कहते बना| अरुण चुपचाप बाहर की ओर निकल गया| भूमि भी मौन खड़ी रह गई आखिर क्या कहकर रोकती भी उसे|
पर जो खामोश नही रह सकती थी वो थी सारंगी| वो झट से अरुण को कॉल लगाकर कहने लगती है –
“अब आप ही कुछ कर सकते है – आप न एक बार दीदी से मिल लीजिए – अगर उनको कहूँगी तो पक्का नही मिलेगी – आप ऐसा करिए – सुवली के हनुमान मंदिर आ जाइए – मैं दीदी को भी किसी तरह से वही ले आउंगी – फिर आप बात करके देखिए – कहती नहीं पर दुखी तो वो भी है – ठीक है शाम को पांच बजे |”
जल्दी जल्दी सब तय करके सारंगी राहत की साँस लेती है|
मिलने और देखने की कितनी उमंग अरुण के मन में भी है ये कोई उसके मन से क्या पूछेगा ? बस घड़ी देखते देखते शाम के साढ़े तीन बजे ही वह सुवली के लिए निकल पड़ता है| हालाँकि मुश्किल से चालीस मिनट का समय लगता था पर आज वह किसी अनचाहे ट्रैफिक को अपनी मुलाकात की बाधा नहीं बनने देना चाहता था|
किसी को बिना बताए वह अकेला ही ड्राइव करता हुआ सुवली के हनुमान मंदिर पहुंचा था| अभी घड़ी में बस साढ़े चार ही हुए थे| अपने इतनी जल्दी पहुँचने पर उसे खुद पर ही हँसी आ गई| अभी समय काफी था इससे वह कार में ही शीशा चढ़ाए बैठा रहा| और अपने इंतजार के पल को एफएम के कान मरोड़ मरोड़ कर किसी तरह से काट रहा था|
इधर समय से दस मिनट पहले ही सारंगी किरन को लिए मंदिर के लिए तैयार थी| किरन उसका इस तरह अचानक मंदिर जाने का प्रोग्राम गले नही उतर रहा था पर सारंगी तो सारंगी है किसी की सुनती कब थी|
“लो बताओ – अब आपको मंदिर जाने की वजह बतानी होगी – फिर आप पूछोगी अगरबत्ती जलाने की भी कोई वजह होनी चाहिए – ऐसा करते है मुहर्त ही निकलवा लेते है – तब चलेंगे मंदिर |”
सारंगी की मटकती आँखों की जिद्द समझते हुए किरन आखिर कह उठी –
“अच्छा अच्छा ठीक है – चलो मंदिर |”
सारंगी तो ये सोच सोच कर मन ही मन मुस्कराए जा रही थी कि अचानक एकदूसरे को देखते उन दोनों का चेहरा उस समय कैसा गुलाबी हो उठेगा| उसे इस तरह चुपचाप मुस्कराते देख एक बार को किरन उससे कारण भी पूछ उठी पर सारंगी जल्दी से अपने मनोभाव छिपाती हुई न में सर हिला देती है|
***
इस वक़्त जहाँ अरुण को किरन का तो सारंगी को उन दोनों की मुलाकात का इंतजार था वही कोई और भी था जिसे किरन के बाहर आने का इंतजार था| किरन के आने की खबर चुपचाप से मीडिया तक पहुँच चुकी थी पर अभी तक किसी को इससे सम्बंधित कोई मसाला नही मिला था जिसे वे बड़ी सी खबर बनाकर छाप सकते इससे वे सब ऐसे ही किसी पल के इंतज़ार में थे जब किरन उनके सामने आए|
अब इसकी न किरन को खबर थी न अरुण को अंदाजा| अरुण जहाँ बार बार काले शीशे के पार से उस राह को ताक लेता जहाँ से किरन को आना था तो वही राजवीर कार में उन्हें लिए ठीक मंदिर तक लाता है|
अरुण की कार मंदिर से कुछ अलग खड़ी थी जिससे किसी की निगाह जल्दी से उस तरफ नही जा सकती थी लेकिन राजवीर कार ठीक मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर रोकता है|
अब हाथ में पूजा की थाली लिए किरन और सारंगी जैसे ही कार से उतरकर मंदिर की चौखट पर खड़ी होती है| एकदम से मीडियाकर्मियों का एक हुजूम उन्हें बुरी तरह से घेर लेता है| वे सब चारो ओर से उन दोनों को घेरते सवालो की बौछार करने लगते है|
“आप किरन है न जिनकी शादी अरुण दीवान से हुई थी !! फिर आप शादी की रात कहाँ चली गई ? और अब अचानक से कहाँ से आ गई ?”
“क्या आपके प्रेमी ने आपको छोड़ दिया ?”
“आप अपने पिता के घर क्यों रह रही है ? क्या अरुण दीवान ने आपको अपनाने से मना कर दिया ?”
“क्या आपका प्रेमी दिवान्स से भी ज्यादा रिच है ?”
“क्या अब तक आप अपने प्रेमी के साथ ही थी ?”
किरन इस तरह के सवाल करती मीडिया की भीड़ से बुरी तरह से घबरा गई थी| उसे समझ नही आ रहा था कि ये सब अचानक से क्या हो गया| राजवीर जो अभी वापस गया नहीं था तुरंत कार से उतरता हुआ किरन को उस भीड़ से बचाने आता है पर वे कई थे और राजवीर अकेला, इससे वह खुद उस भीड़ में बुरी तरह फस जाता है|
ये सारा कुछ नज़ारा दूर खड़े अरुण की निगाह में जैसे ही आता है वह दौड़ता हुआ उधर आता है| पलक झपकते वह भीड़ को चीरता हुआ किरन को अपनी गिरफ्त में लेता उस भीड़ को पीछे की ओर धकेलने लगता है|
अब भीड़ को दूसरा मसाला मिल गया था, जिसकी वे धडाधड तस्वीरे उतारने लगते है| किरन इससे बुरी तरह घबराती हुई लगभग रुआंसी हो उठी थी| अरुण के लिए इस तरह की मीडिया देखना कोई नई बात नही थी पर हर बार उसकी सुरक्षा टीम का घेरा उसे ऐसे अनावश्क लोगो से हमेशा सेव रखता था लेकिन आज इस वक़्त वह अकेला यहाँ था|
जिसका फायदा उठाते वे सब सवाल करने और तस्वीरे लेने में लगे हुए थे|
“क्या इतना सब होने पर भी आपने इन्हें अपनी पत्नी स्वीकार कर लिया ?”
“श्री राम ने भी अपनी पत्नी की अग्नि परीक्षा ली थी ! क्या आपको अपनी पत्नी से नही जानना कि वो अबतक कहाँ थी और क्यों शादी की रात भाग गई ?”
सवालों के तीर जहाँ किरन को बुरी तरह सबकी नज़रो में शर्मिदा कर दे रहे थे वही अरुण इससे बुरी तरह तिलमिला उठा और उनके लगातार के शोर को शांत करने एकदम से चिल्ला पड़ा|
“शटअप ……….|”
उसकी बुलद आवाज से एकदम से वो शोर जैसे सहम जाता है और एक पल को वहां इतनी शांति छा जाती है कि अरुण की गुस्से में उफनती हुई साँसों का शोर वहां गूंजने लगता है|
वह बुरी तरह से सबको घूर रहा था और सारे मीडिया कर्मी उसी की ओर नज़र गड़ाए थे| यहाँ तक कि मंदिर से निकलते जाते लोग भी अब वही खड़े हो गए थे| अरुण अभी भी किरन की बांह थामे उसे अपने पास समेटे था तो वही किरन संकुचाती हुई उसके पास नज़रे झुकाए खड़ी थी| सारंगी और राजवीर भी हैरान अरुण को देखे जा रहे थे|
अरुण अब तीखी नजरो से उन मीडियाकर्मियों को घूरते हुए कहने लगा –
“मुझे सिर्फ पांच मिनट दे अपनी बात कहने के लिए – अगर उसमे मैं अपनी बात आप सबको नही समझा पाया तो मैं तब तक यहाँ खड़ा रहूँगा जब तक आपके सवाल खत्म नही जाएँगे – बस पांच मिनट की शांति चाहिए मुझे |”
मीडिया कर्मी अब सब उसकी नज़रो से कुछ दूरी बनाकर इकट्ठे होते हुए कहते है –
“ठीक है सर – हम भी चुपचाप आपको सुनेगे – आप कहिए तो !!!”
एक रिपोटर की बात पर अरुण हाथ उठाकर उसे शांत करते हुए आगे कहता है –
“इस समय हमारी कम्पनी बहुत उतार चढ़ाव से गुजर रही है – हमारा सब कुछ एक तरह से दांव में लगा हुआ है – सिम्पल भाषा में कहे तो किसी ने हमारी कंपनी को धोखे से हैक कर लिया है – पर फिर भी हार न मानते हुए हम दिन रात लगे हुए है अपने आपको फिर से खड़ा करने के लिए – पर आपको इन सब बातो में कोई दिलचस्पी नही है – आपकी दिलचस्पी तो तब बनती है जब कोई औंधे मुंह गिर जाता है – किसी की कोशिश आपके मीडिया की टीआरपी नही बढाती फिर उसमे क्यों दिलचस्पी ले|”
अरुण अभी भी किरन का हाथ थामे आक्रोश में कहे जा रहा था – “मेरी पर्सनल लाइफ में क्या चल रहा है ये जानने में आप सबकी ज्यादा दिलचस्पी है – हाँ तो क्या जानना चाहते थे कि सीता की तरह किरन की अग्नि परीक्षा क्यों नही हुई – उसने खुद को सही साबित क्यों नही किया – सही प्रश्न किया – |”
किरन अब कसमसाती हुई अपनी कलाई अरुण से छुड़ाने लगती है पर वह अभी भी उसकी कलाई कसकर पकड़े हुए कहे जा रहा था –
“हाँ तो ये आपने पूछा था न |” अरुण उस मीडिया की भीड़ में से एक व्यक्ति की ओर संकेत करता हुआ कहने लगता है – “आपको देखकर लगता है आप पचास की उम्र के लगभग होंगे – तो आपकी खुद की बेटी जवान उम्र की होगी – नही तो आपकी करीब के रिश्तेदारी में तो जरुर ही होगी – तो क्या तब भी उसके लिए भी आप इसी भाषा का प्रयोग करते उससे ऐसे ही प्रश्न पूछते ? उसे खुद को समझने का मौका देने के बजाये – क्या उस पर आरोप लगाते रहते !!”
अरुण जिस तरह चीखते हुए अपनी बात कह रहा था उससे वह अधेढ़ रिपोटर ख़ामोशी से अपना सर झुका लेता है|
तब अरुण किसी लेडी रिपोटर की ओर संकेत करते हुए कहने लगता है –
“और तुम !! तुम तो खुद एक यंग लेडी हो – तुमने ही पूछा था न कि क्या अपने प्रेमी के साथ रही या प्रेमी पति से कही ज्यादा रिच तो नही था ? पर मैं तुमसे एक सवाल पूछना चाहूँगा कि जब अपनी पढाई और प्रोफेशन के सिलसिले में लडको के साथ तुम उठती बैठती होंगी तब लोग हर बार उस लड़के से तुम्हारा नाम नही जोड़ते होंगे ? क्या हर बार तुमको खुद को साबित करने के लिए कटघरे में नहीं खड़ा करते होगे – और तब बार बार खुद को सही साबित करते तुम्हारी जुबान थक नही जाती होगी – तब आखिर में तुम क्या करती थी – छोड़ देती थी न ऐसे लोगो को जिन्हें ये समझाना मुश्किल होता है कि हर लड़के के साथ बैठी लड़की उसकी गर्लफ्रेंड नही होती !!”
अरुण के एक एक शब्द सबको असल जमीन दिखा रहे थे जिससे वे अब नज़रे नीची किए उसके सामने खड़े रहे|
वह आगे कहता रहा –
“कितना आसान होता है न किसी भी लड़की पर लांछन लगा देना पर किसने दिया आप सबको ये हक़ ? कि आप सीता से अग्नि परीक्षा कराए जब तक वह खुद इसके लिए मंजूरी न दे – उसका सच साबित करने वाले आप सब कौन से ठेकेदार है – अगर किरन अपनी पवित्रता के लिए अग्नि परीक्षा देने की उत्तरदायी है तो उतना ही उत्तरदायी मैं भी हूँ – पर समाज में लड़की सबके लिए हमेशा से आसान टारगेट होती है – क्यों है न ?”
अरुण अभी भी तीखी नज़र से उन्हें घूरता हुआ कहे जा रहा था –
“एक बार अपने घर की बेटी की तरह इसे देखिए – और फिर इससे सवाल करिए अपना – ये तो बहुत ही सिंपल सी लड़की है – आप सबको अचानक देख घबरा गई और हो सकता है इसी घबराहट में अपनी भावना भी आपको व्यक्त कर देती तब शायद आप उसमे भी कोई मसाला खबर ढूंढ लेते – |”
किरन अभी भी नज़रे नीची किए आँसू बहा रही थी पर अब उसने अपनी कलाई अरुण की पकड़ से छुड़ाने की बिलकुल कोशिश नही की|
अरुण अब गहरा उच्चावस भरता हुआ कहता है –
“अब बस आखिरी बात – आपको अपने मीडिया के लिए खबर चाहिए तो इसे बड़े बड़े अक्षर में छाप दे कि किरन अरुण दीवान की पत्नी थी, है और हमेशा रहेगी – बस मुझे यही कहना है – अब आप अपना सवाल कर सकते है |”
अरुण तनकर अभी भी उनके सामने खड़ा था पर उन मीडियाकर्मियों के पास अब कोई सवाल नही थे वे सभी चुपचाप वहां से चले जाते है|
उन्हें जाते देख अरुण अब किरन की ओर देखता है जो सहमी सी उसके बगल में खड़ी थी| अपनी बेख्याली का ख्याल आते वह उसकी कलाई छोड़ता हुआ कहता है –
“किरन तुम्हे इन सबसे शर्मिंदा होने की जरुरत नही है – न इन्हें तुमसे सवाल करने का हक़ था न तुम्हे इन्हें कोई जवाब देना – भूल जाओ इन्हें |”
इसपर वह झट से नजर उठाकर अरुण की ओर देखती है जैसे अपनी भीगी पलकों से पूछ रही हो कि फिर किसे हक़ है मुझसे सवाल करने का ??
बिन शब्दों के लिए वह उसका मन पढता हुआ आगे कहने लगा –
“असल में किसी को हक़ नही तुमसे कोई सवाल करने का – कोई जरुरत नही तुम्हे खुद को साबित करने की – जहाँ विश्वास होता है वहां शक की कोई गुंजाईश नही होती – और देखा जाए तो असल कसूरवार तो मैं हूँ – जब तुम्हे मेरी सबसे ज्यादा जरूरत थी तभी मैं तुम्हारे पास नही था – इसलिए तो तुमसे जुदाई की सजा मुझे मिल रही है|”
किरन डबडबाई आँखों से उसे देखती रही|
अरुण आगे कहता है – “मैं तो यहाँ सिर्फ तुम्हे देखने के लोभ से आया था – क्या करूँ ये मन नही माना पर अब तुम्हारे मान सम्मान के लिए मुझे बाबू जी की मंजूरी की प्रतीक्षा रहेगी – जब तक वे मंजूरी नहीं देंगे मैं इंतजार करूँगा |”
किरन होंठ दाबे अपने आंसू रोकने की भरसक कोशिश कर रही थी| अब अरुण राजवीर को देखता हुआ कहता है – “जाओ राजवीर – ध्यान से घर वापस ले जाओ |”
अब कुछ और कहने सुनने को शेष नही रह गया तो किरन चुपचाप राजवीर के पीछे पीछे चल देती है तभी उसे अरुण की आवाज टोकती हुई कहती है –
“किरन !! – बस एक बात याद रखना कि किसी को तुम्हारा बहुत शिद्दत से इंतजार रहेगा |”
उस पल दो दिल में कितनी तड़प भर गई ये बस उन्हें ही खबर थी…….
क्रमशः……
आप सबके लिए इसी कहानी का youtube लिंक ताकि जब आपके हाथ व्यस्त हो पर मन डूबना चाहता हो इश्क के समंदर में तब आप सुन सके बेइंतहा…..सफ़र इश्क का…..https://www.youtube.com/watch?v=Nu4cN1NjNzc
यहां से लिंक ओपन नही हो रहा तो इस वेबसाइट में भी मेरे चैनल का लिंक मौजूद है आप उससे भी मेरे चैनल तक पहुंच सकते है।
आज तो अरुण की जितनी तारीफ की जाए वो कम है 👌👌👌👌👌👌🙏🙏
Hay kya part tha mja aagya…..Arun ne jis tarh media walo ko chup kraya dekhne Layak tha….or yhi asliyat bhi h …..kbhi bhi kuch bhi glt hota h to sb seedhe girls p hi ungli uthate h koi sacchai nhi Janna chahta
वाव अरूण ने तो धमाकेदार जवाब दिए हैं सारे रिपोर्टर्स के और बिल्कुल सभी सारी बातें सच कही है पता नहीं और कितना इंतजार करना पड़ेगा अरुण और किरण को और आपने भी दोनों को आमने-सामने अलग अंदाज में लाया है ऐसा तो सोचा ही नहीं था कि दोनों की मुलाकात ऐसे होगी बहुत ही सुंदर पार्ट बहुत बहुत बहुत सुंदर 🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰👏
बहुत ही बेहतरीन जवाब दिए अरुण ने सभी को।
किसी को भी हक नहीं किसी स्त्री पर लांछन लगाने का उसके सम्मान को ठेस पहुंचाने का ।
उम्मीद करते हैं दोनों का इंतज़ार जल्द खत्म हो।
बहुत ही धमाकेदार पार्ट💖💖💖
Kya baat h arun ne to sabko muh tod jabab diya. 👌🤗🤗
Wah.. mazaa a gya.. aaj to Arun ne kamaal kar diya.. dashing cm Bharat ke Mahesh Babu ki feel ho ayi Aaj to..👌👌👌
Arun ko kitna khyaal hai kiran ki Maan marayada ka .. kamaal hai Arun to..💕💕
Waoooo very very very very very nice parts
Lovely Part.
Aaj To Arun Ne Dil Khush Kar Diya.
Bhagwan Arun Aur Kiran Ko Jaldi Se Mill De…..
Bhagwan nhi lekhika ji milwayengi unhe par pata nhi kab
Aaj dono ki mulakat sabse sandaar rhi h…..arun ko kiran ka maan ka kitna khayal h
Bahut lajawab part ❣️💕❣️💕❣️💕❣️💕❣️
Great Arun …… Kiran ko bs Arun hi samajh skta h
Bhut khubsurat part h ……. Sb kuch Dil se likha h
Perfect words for a perfect story
Har shabd Dil ko chu jata h
Bahut hi jabardast story hai with full emotions twist and turns . Hats off to u.👌👌👌👌👌
Nice 👍👍
Kitni besabri se agle part ka intezar rehta hai or aap har baar dhamaka kr dete ho bechare love birds fir se apne man ki baat ek dusre se nhi keh paye bas jald hi kiran ke babuji man jaye to unki kahani bhi aaye badhe.Hope ki sab jald hi thik ho jayega……
Amazing part ❤️
Wow सच ऐसे सामने आया पर दोनों को पता चल गया एक दूसरे के लिए ही बने है
Amazing😍😍👍😍😍😍
Bahut sundar
Great Arun …… Kiran ko bs Arun hi samajh skta h
Bhut khubsurat part h ……. Sb kuch Dil se likha h
Perfect words for a perfect story
Har shabd Dil ko chu jata h