रात जैसे सोई भी नही और सुबह जल्दी उठते बस भागने लगी….एक बार को भावना से पूछा भी गया कि
Category: शैफालिका : अनकहा सफ़र
एक बार को आँखों में सपने भी समा जाए पर अताह प्यार का समंदर आँखों में समेट पाना कहाँ संभव
‘छोड़ दोगे तो लौटकर भी नही आउंगी …|’ शैफाली की आवाज से मोहित एकदम से चौंक बैठा, पसीने से नहाई
उस एक पल में सारा सच सामने आते उन तीनों की लिए मोहित को संभालना और मुश्किल हो गया| शाम